आज के समय में हर कोई एक कदम आगे रहना चाहता है। कोई पढ़ाई में तो कोई खेल या और भी कई चीजों में लेकिन आगे रहने के लिए समय बर्बादी तो बिलकुल नही चाहिए इसलिए आप लोग जल्दी उठने का सोचते है।
पर समय पे आपकी नींद नही खुलती जिससे आपका बहुत काम छूट जाता हैं। और आप अपने आप पे बहुत गुस्सा करते है। आज हम ऐसे ही कुछ टिप्स आपके सामने प्रस्तुत करेंगे जिससे आपको सुबह उठने में कोई दिक्कत नही आयेगी।
1.दिनचर्या

दिनचर्या का मतलब है एक ऐसी जीवन शैली जिसे आप खुद बनाए आप किस टाइम पे भोजन करेंगे और किस टाइम पर महत्वपूर्ण काम करेंगे। यह तक की सोने और सुबह उठने का टाइम भी इस दिनचर्या में बनाया जाता है।
अक्सर लोग सही जीवन शैली नही अपना पाते है और जब मन तब भोजन करना, सोना और अन्य कुछ कार्य करते है। जिसके कारण उसका शरीर सही आदते नही बना पाते और आप सुबह नही जग पाते है।
सुबह उठने के लिए आपको एक सही जीवन शैली अपनानी पड़ेगी इसके लिए आपको अपने महत्वपूर्ण कार्यों को और रात को सोने से सुबह उठने तक के समय को अपने हिसाब से बांधना होगा।
कौन कौन से कार्य कब करना है और किस समय में करना ये समझना होगा। ऐसे करने से आपको ये भी पता चल जायेगा की कौन कौन से कार्य आपको पसंद है और कौन से नहीं।
इस जीवन शैली से आपको अपने नींद का अंदाजा हो जाएगा और आप जिस भी समय में जागना चाहे जग पाएंगे। शुरू आपको बहुत दिक्कत होगी लेकिन कुछ दिनों बाद आप अपने आप को अपग्रेड पाएंगे।
2.Alarm का इस्तेमाल

हमारे मोबाइल में अलार्म की सुविधा दी जाती है जो हमे सवेरे उठने में बहुत मदद करती है। बहुत लोगो की ये शिकायत है की अलार्म लगाते तो है लेकिन उठ नही पाते।
ऐसा क्यों होता है ऐसा इसलिए होता है क्योंकि अलार्म में आप जो गाना या ट्यून लगाते है वो आप बहुत कम सुनते है जिससे आपको उस गाने की आदत नहीं होती। ऐसे में सही गाना कौन सा होगा।
ऐसे में मेरी सलाह ले तो आप अपने अलार्म में वही गान या ट्यून लगाए जो आपके मोबाइल के रिंगटोन में हैं। क्योंकि हमारे मोबाइल में कॉल कई बार आते है जिसके कारण आपको उस गाने या ट्यून की आदत हो जाती है।
और जब भी यानी नींद में भी अगर कॉल की आवाज आती है तो आपके कान तुरंत सुन के आपके दिमाग को बताती है और आप जग जाते हैं।
3.मोबाइल का यूज

मोबाइल के यूज से भला नींद में क्या फर्क परे आपको यही लगता होगा। नही मोबाइल अगर जरूरत से ज्यादा और गलत तरीके से यूज किया जाय तो ये आपके दिमाग को ही कमजोर कर देती है।
दरअसल मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल करने से आपके आंखों द्वारा माइंड पे असर पड़ता है। जिसके कारण आपको नींद ज्यादा आने लगती है और आप कभी भी सोने लगते है।
डार्क सर्कल भी रात को सोने वक्त मोबाइल का इस्तेमाल देर रात तक करने से होता है। ज्यादा नींद के कारण भी आपका सोने और जागने का समय बदल जाता है और आप सही समय में न जग पाते है और न सो पाते है।
इससे बचने के लिए आपको मोबाइल का इस्तेमाल कम से कम करे और अगर आप मोबाइल में काम करते है और 18 से अधिक उम्र के है तो दिन भर में 8 से 9 घंटे काफी है।
वही अगर आप मोबाइल में कोई काम नहीं करते है और 18 से कम उम्र के है तो आपको दिन भर में 5 घंटे से ज्यादा मोबाइल का यूज नही करना चाहिए।
मोबाइल का खराब इस्तेमाल उसे बहुत नजदीक से यूज करना होता है इसलिए ऐसा भी न करे। आपका सोने और जागने का टाइम अपने आप सही हो जायेगा।
4.योग

योग आज इतना जरूरी हो गया है की हर समस्या में योग का विवरण हो ही जाता है। इसी प्रकार आज नींद की समस्या में भी योग ने ऐसे ही अपनी भूमिका निभाई है।
बहुत लोगो से से जानने के बाद पता चला है की योग करने के बाद उसका शरीर बहुत रिलैक्स महसूस करता है।
और जब हमने उससे नींद के बारे में पूछा तो कहा की पहले नींद की समस्या मेरे साथ भी बहुत होती थी लेकिन जबसे योग शुरू किया है दिए नींद बहुत अच्छी आती है और सवेरे उठने में कोई दिक्कत नही होती।
योग भी कई तरह के होते है जिसमें सबसे जरूरी है मेडिटेशन, अनिलोम विलोम और कपाल भारती इन योग को करने से आप अपने आप को बहुत रिलैक्स महसूस करेंगे और आपकी नींद भी अच्छे तरह से होगी। और सुबह उठने में कोई दिक्कत नही होगी।